क्या नरसिंह, भैरव,नागराज, गोलू, राम के मंदिर बनेंगे मक्का-मदीना में?

 यह प्रदेश एक अजूबा है, एक आश्चर्य है कि यहाँ भ्रष्टाचार के नाम पर सरकारें बनती है और दोनों राष्ट्रीय दल एक दूसरे के घोटालों पर पर्दा डाल देती हैं। आज प्रदेश में भाजपा की सरकार  लेकिन  मेरा संघर्ष, बाहरी मुसलमानो का देवभूमि में आना, शराब, खनन, शिक्षा, भू, वन माफिया एवम भ्रष्ट राजनीति-अफसरशाही के खिलाफ जारी रहेगा। आपके सहयोग के बिना इस कार्य को मैं अंजाम तक नहीं पहुँचा सकता हूँ।आज प्रदेश में भाजपा की सरकार है,  अगर यह भाजपा सरकार अपने शुरूआती  महीनों में उत्तराखण्ड में हुए भ्रष्टाचार मामलों पर सीबीआई जांच नहीं कराती है तो मैं स्वयं उन मामलों को लेकर हाइकोर्ट जाऊँगा यह मेरा आपसे वचन है, पर हौसला एवम सहयोग आपका।
 मैं उन सभी का आभार व्यक्त करना चाहता हूँ जिन्हें की मैं अभी तक मिला भी नहीं परन्तु प्रदेश के हालात को देखते हुए उन्होंने मुझे जो साहस और विश्वास दिया उसके लिए मैं मन, वचन, कर्म से उनका हमेशा कृतज्ञ रहूँगा।आप सभी फेसबुक मित्रो ने मुझे जो मनोबल, साहस, और विश्वास दिया एवम अपने विचारों द्धारा मेरा और प्रदेश का मार्गदर्शन किया मैं उनको विश्वास दिलाना चाहता हूँ की मैंने बाहरी मुसलमानो का देवभूमि में आना, शराब, खनन, शिक्षा, भू, वन माफिया एवम भ्रष्ट राजनीति-अफसरशाही के खिलाफ जो युद्ध छेड़ा है मैं उस युद्ध को महाभारत का धर्मयुद्ध बना दूंगा, चाहे मैं रहूँ या न रहूँ पर देवभूमि में यह धर्मयुद्ध आगे भी जारी रहेगा।

उस प्रदेश में जहाँ से हिन्दुत्व की गंगोत्री बहती है वहाँ मस्जिद-मदरसों का निर्माण बहुत घातक है। अगर इस्लामिक गुरु मक्का-मदीना में भैरव, नरसिंह, नागराज, या उत्तराखण्ड ग्राम देवताओं के एक छोटे से मंदिर बनाने की अनुमति देते हैं तो उत्तरखण्ड में उनका स्वागत करेंगे।
यह लिखने में मुझे कोई आपत्ति नहीं है कि बाहरी प्रदेशों से मुसलमान यहाँ आकर उत्तरखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों से हमारी भोली-भाली बहनों को बहला फुसलाकर मैदान की तरफ भागकर ला रहे है। आखिर आप लोग जागोगे तो कब जागोगे। तब जागोगे जब यह आप लोगों में से किसी की बहन को उठाकर या भागकर ले आएंगे। तब जागकर भी आप कुछ नहीं कर सकते। जागना है तो अभी इसी वक्त जाग जाओ. नहीं तो पहाड़ों को टूटने में भी देरी नहीं लगती।

जैसे की मैंने 1979 प्रदेश की नीवं रखी और प्रदेश बना, ठीक आज उसी प्रकार बाहरी मुसलमानो का देवभूमि में आना, शराब, खनन, शिक्षा, भू, वन माफिया एवम भ्रष्ट राजनीति-अफसरशाही के खिलाफ जो शंखनाद करना था वह आप लोगों के सहयोग से कर चूका हूँ और यह भी निश्चित पूरा होगा। एक बार फिर सभी मित्रो को करबद्ध प्रार्थना करता हूँ की आप मेरे भरोसे, साहस और विश्वास को बनाकर रखोगे और समय-समय पर अपने विचारों द्धारा मेरा और प्रदेश का मार्गदर्शन करते रहोगे।गढ़-कुमाऊं एकता का एक नारा है मेरा
जय बदरी, जय बागेश्वर,
जय केदार, जय जागेश्वर,
हमारे देवता एक हैं, हम एक हैं और एक ही रहेंगे।
आपका स्वामी दर्शन भारती


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