प्राणों की भी आहुति देनी पड़े, तो भी कम

पोस्टर लगाने के दौरान तारीख 28 अक्टूबर 2016, रात ग्यारह बजे, पीपलकोटी चमोली में एक ट्रक द्वारा टक्कर मारकर हमारी गाडी को खायी में फ़ेंक दिया गया। कई लोगों को चोट आयी एवं गाडी पूरी तरह दुघर्टनाग्रस्त हो गयी, जिसे की हम अभी तक आकस्मिक घटना मान कर चल रहे थे।
दिनांक 17 नवम्बर को भीमताल में पोस्टर लगाने के दौरान भीमताल थाना प्रभारी द्वारा लड़कों की बर्बरता पूर्वक पिटाई की, पोस्टर छीन कर फाड़ दिए और माओवादी कहकर जान से मारने की चेतावनी दी। जिसकी सूचना हमने माननीय राज्यपाल एवं सभी को दे दी जिस पर की जांच चल रही है।
22 दिसम्बर को बरेली में विशेष समुदाय के लोगों ने चुनाव आयोग, एसएसपी, जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश से मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रखी है।
26 दिसम्बर को सहारनपुर जिले में विशेष समुदाय के लोगों ने उपरोकत मांग की।
7 दिसम्बर को एक अज्ञात नंबर से शाम 6: 31 मिनट पर काल आयी जिसमे मुझे चेतावनी दी गयी की पहाड़ी कुत्ते, इस्लाम के दुश्मन, स्वामी तुझे मरना ही पड़ेगा। इसकी शिकायत हमने डीजीपी सहित सभी से कर दी एवं अपनी जान और माल के सुरक्षा की मांग की।
मेरे मित्रो द्वारा मुझे यह भी सूचित किया गया की उधमसिंह नगर में मेरे खिलाफ-सी आर पी-सी 174 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
उपरोक्त सभी प्रकरणों को लेकर मैं कल 30 जनवरी शाम को माननीय, महानिदेशक पुलिस उत्तराखण्ड, एम.ए गणपति जी से मिला। माननीय डीजीपी जी ने मुझे मेरी जान-माल की सुरक्षा का उचित आश्वाशन दिया, जिसके लिए हम उनके आभारी हैं।
सरकार किसी की भी बने, अगर वह सरकार अपने शुरूआती तीन महीनों में उत्तराखण्ड में हुए भ्रष्टाचार मामलों पर सीबीआई जांच नहीं कराती है तो मैं स्वयं उन मामलों को लेकर हाइकोर्ट जाऊँगा यह मेरा आपसे वचन है, पर हौसला एवम सहयोग आपका।
जय बदरी जय बागेश्वर
जय केदार जय जागेश्वर
आपका स्वामी दर्शन भारती.
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